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INTERVIEW KATRINA KAIF : ”सलमान जैसी निडर बन पाई तो बड़ी बात होगी”

Katrina Kaif अपनी आने वाली फिल्म भारत को लेकर बहुत उत्साहित हैं। फिल्म, सलमान और उनकी मां के बारे में खास बातचीत की हमारे संवाददाता शौनक जैन ने।

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रिपोर्टर-  सलमान कह रहे थे कि ये किरदार खास आपके लिए लिखा गया है? वो तो अली ने कहा इसके लिए प्रियंका को पहले कह दिया नहीं तो आप ही उनकी पसंद थी।
कटरीना –  नहीं नहीं ऐसा कुछ नहीं है, वो तो बस आपकी टांग खींच रहे थे और सही बताऊं तो मुझे सच में पता नहीं है कि कौन किसकी पहली पसंद थी। मुझे बस इतना पता है कि जब अली और मैं टाइगर के शूट पर थे तब हमने इस फिल्म की बात की थी और कहा था कि अगर अगली फिल्म भी वो सलमान के साथ करने वाले हैं तो स्वाभाविक है कि वो किसी नए व्यक्ति को ले क्यूंकि हमने अभी अभी टाइगर ख़त्म की थी। तो ये समझने वाली बात थी. फिर अब जो हुआ वो हुआ और प्रियंका फिल्म नहीं कर पाईं ..उनके अपने कारणों की वजह से और मुझे लगता है कि ये मेरी किस्मत में था फिल्म करना।  कोई ये पहले से नहीं कह सकता था और हर फिल्म की अपनी किस्मत होती है। ये किरदार जब पहली बार  पढ़ा तब से मुझे पसंद है और मैने अली से भी कहा कि मुझे लगता है की ये तुम्हारी अब तक की सबसे अच्छी फिल्म साबित होगी।

रिपोर्टर -कटरीना एक अभिनेत्री होने के तौर पर क्या इस बात से फर्क पड़ता है कि आप फिल्म में पहली या दूसरी पसंद थीं?
कटरीना – बिलकुल भी नहीं। मैं आपको ऐसी फिल्मों के नाम बता सकती हूं जो दूसरी पसंद के पास गईं और आप कभी यकीन नहीं करोगे। इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता। सवाल जैसे क्या आप ये पिक्चर कर रहीं है या क्या ये फिल्म आपको ऑफर की गई थी , ऐसे सवालो का जवाब ही नहीं देती क्यूंकि इनसे कुछ फर्क नहीं पड़ता.. ये बस अपने ईगो को बढ़ाने का तरीका है। फर्क इससे पड़ता है कि फिल्म कौन करता है अंत में। फिल्म कैसी है और उसमें आपका काम कैसा है… बाकी कुछ नहीं फर्क पड़ता कि पहले वो किसे मिली।

रिपोर्टर -कटरीना आपकी पहले का काम जैसे जीरो में बहुत सराहा गया आपको लेकिन फिल्म नहीं चली। वहीं अली ने कहा कि इस में भी आपने बहुत एक्सट्रीम किरदार निभाया है और बहुत अलग परफॉरमेंस दी है। क्या कहेंगी इस पर। 
कटरीना-  मुझे लगता है कि हाँ ये एक ऐसा मौका था जो मुझे मिला और मैने इसका पूरा फायदा लिया। ये एक बहुत ही अच्छे से लिखी हुई फिल्म है और मैं आपको ये भी बता देती हूँ कि अगर फिल्म में किरदार अच्छे से नहीं लिखा गया हो तो चाहे कोई कितनी भी कोशिश करे बेहतर करने की कुछ भी असर नहीं करता..अगर सारी चीज़ें स्क्रिप्ट में है और आप वो देखती हैं तो फिर आप अपना बेस्ट दे सकतीं हैं । फिर आप अपने आपको फिल्म के किरदार में ढाल सकते हो और मेहनत कर सकती हो कि मैं कोई कसर नहीं छोडूंगी इस किरदार को दर्शकों के लिए मनोरंजक और बेमिसाल बनाने में  और मैने कुमुद के किरदार के साथ ऐसा ही किया… मुझे लगा कि इसमें बहुत कुछ हो सकता है और इसीलिए मैने ये चैलेंज लिया।

रिपोर्टर -इस फिल्म में कटरीना आप वाइफ का रोल कर रही है जबकि प्रियंका रियल ज़िन्दगी में वाइफ का रोल कर रही हैं। कटरीना ज़्यादा लकी हैं सलमान ने ऐसा कहा और इसपर आपका क्या ख्याल है?
कटरीना-  देखिये सलमान जो भी कहते हैं उसमे ज्यादा हिस्सा मज़ाक का मस्ती का होता है. तो हम सभी को पता है कि वो मज़ाक कर रहे थे और इसीलिए मुझे नहीं लगता की इस बात पर ज़्यादा ध्यान देना चाहिए।

रिपोर्टर -हमने आपको जीरो में देखा आप अमेजिंग थी. अब इसमें भी हमने ट्रेलर में देखा बहुत अच्छी लग रहीं है। एक अलग पहचान बना रहीं हैं आप तो क्या आपको भी अपने आप में ऐसा बदलाव दिखाई दे रहा है?

कटरीना – मैं सोचती हूँ कि जैसे जैसे आप एक व्यक्ति के तौर पर बढ़ते हैं वैसे ही एक कलाकार के तौर पर भी और ज्यादा सीखते हैं । अब ज़्यादा अब अनुभव है और समझ है.. मेरे साथ एक बहुत अच्छी बात है कि लोग मुझे अब प्यार दे रहे हैं मेरे काम के लिए। ये मुझे और जोश देता है कि मैं बेहतर काम करूं और लोगो में भरोसा बढ़ा है मेरे काम को लेकर..मैं भी नई चीज़ें देखने और उनमे काम करने को तैयार हूँ। मुझे ज़्यादा गहरे किरदार मिले और उनसे मैं कुछ नया कर सकूं ये ख्वाहिश है ।

रिपोर्टर – आपको इंडस्ट्री में आए सोलह साल हो गए हैं और आपने हर बड़े स्टार के साथ काम किया है तो आप आज कैसे फिल्में चुनती हैं और अपने इस सफर को कैसे देखती हैं?
कटरीना- मुझे लगता है कि आपका सफर एक अभिनेता और व्यक्ति के तौर पर साथ चलता है। इसका ये मतलब नहीं कि आप वो किरदार निभाते हैं जो आप असल ज़िंदगी में है लेकिन ऐसा होता है कि आपको ऐसी चीज़े करनी हैं जो और भी काम्प्लेक्स हो जिसमें ज़्यादा रिस्क हो और जो आपके अंदर अलग अलग चीज़ो से कनेक्ट करे और गहराई हो उनमे। ऐसी चीज़ें नहीं करनी हो जिनमे बहुत ग्लैमर हो या वो बड़े बड़े गाने और लार्जर दैन लाइफ फिल्में, वो सब मैं बहुत कर चुकी हूँ, अब मुझे ऐसे रोल्स अच्छे लगते हैं जिसमे में किरदार को खोज सकूं, उसकी गहराहियों को जान सकूं और देखूं कि वो औरत क्या महसूस कर रही है क्योंकि आज मैंं वो हूँ। 25 या 26 की उम्र में जब मैं शीला की जवानी या बाद में धूम 3 जैसी बड़ी फिल्मे “मैग्नम ओपस” फिल्में कर रही थी तब मैं वैसी थी। तब मुझे वो पसंद था, बाकी फिर कोई क्या बोले मुझे नहीं फर्क पड़ता। अब आप कह सकते हैं कि भारत भी एक बड़ी फ़िल्म है मगर मेरे लिए वो सिर्फ एक इत्तेफाक है क्योंकि मेरे लिए ये महत्वपूर्ण है कि आपको सही मंच मिले क्यूंकी अगर आपको सही डायरेक्टर और प्रोड्यूसर का सपोर्ट नहीं मिले तो आपकी फ़िल्म में वो बात नहीं आती..जैसे जीरो में मेरा किरीदार था एक स्ट्रगलिंग अभिनेत्री का जो डिप्रेशन और शराबनोशी से लड़ रही थी। भारत में वो एक सेल्फमेड वुमन है 70 के दशक की और कैसे वो खुद के लिए लड़ रही है दुनिया से और एक आदमी से प्यार करती है और कैसे उसका साथ अंत तक निभाती है। तो जब तक मुझे नए किरदार मिलते रहेंगे जो मुझे चुनौती देते है तो एक अभिनेत्री के तौर पर बढ़ती रहूंगी।

रिपोर्टर -अली अब्बास ज़फ़र ( फिल्म डायरेक्टर )  हमेशा आपको एक अलग रूप में हमें दिखाते हैं। तो एक डायरेक्टर का नाम आप पर कितना प्रभाव डालता है जब आप फ़िल्म साइन कर रहीं होती हैं तब?
कटरीना –  एक डायरेक्टर फ़िल्म का सबसे महत्वपूर्ण आधार है।एक अच्छा डायरेक्टर फ़िल्म में बहुत अच्छी बातें लाता है और अली एक अच्छे डायरेक्टर हैं..हम एक दूसरे को इतने समय से जानते हैं तो ये बहुत फायदेमंद तो होता है ।

रिपोर्टर -पहले लोग आपकी  बोली पर काफी तंज कसते थे, आलोचना करते थे लेकिन अब आपकी हिंदी को पसंद कर रहें हैं। कैसे बदलाव किया आपने खुद में। 

कटरीना – मैने बहुत मेहनत की है और ये बात सिर्फ कहने के लिए नहीं कह रही वाकई में बहुत हार्ड वर्क किया है मैने।  ये अच्छी बात है कि वो अब लोगों को दिख रहा है और अच्छा लगता है देखकर , लेकिन मुझे पता है कि अंग्रेज़ी मेरी पहली भाषा है और इतने साल हो गए है मुझे फिर भी हिंदी के लिए मुझे मेहनत जारी रखनी होगी ताकि मै और अच्छी और सहज दिख सकूं।वैसे हर फ़िल्म में मेरे साथ कोच होते हैं चाहे वो हिंदी हो या अंग्रेजी क्योंकि मैं ऐसे ही काम करने में विश्वास रखती हूं।

रिपोर्टर -कटरीना आप इतनी खूबसूरत है, क्या आप अभी तैयार हैं स्क्रीन पर बदसूरत किरदार के लिए ?
कटरीना – आपको पता है मुझे ये “अग्ली” का मतलब ही नहीं पता। अगर आप बिना मेकआप के कह रहें हैं तो मेरी कितनी सारी ऐसी फिल्में हैं जिनमे मैने मेकअप नही किया है। बल्कि हम मुश्किल से थोड़ा से मेकअप लगाते हैं आजकल।।।बस थोड़ा आंखों में लगा लिया क्योंकि सारा दिन होता है काम पर मगर हम अपने आपको पेंट नहीं कर रहें हैं। और मेरे लिए स्कार्स या निशान ‘अग्ली’ नही है। मेरे लिए तो वो खूबसूरत हैं और आप अग्ली नही हो सकते वो आपका किरदार है। हॉलीवुड की अभिनेत्री चार्लीज़ थेरोन जिन्हें सब ग्लैमरस मानते थे उन्होंने मॉन्स्टर फ़िल्म की जिसके लिए उन्हें ऑस्करभी मिला और उसमे वो प्रोस्थेटिक्स लगाए थीं मगर उनका किरदार बदसूरत नहीं था…वो फिर भी बहुत खूबसूरत था। और मुझे ऐसे स्ट्रग्लिंग किरदार अच्छे लगते हैं.. जिसमे वो कुछ खोद रहा है और लड़ रहा है। क्योंकि उसमे लेयर्स है और आज मैं भी कुछ वैसी ही हूँ शायद।

रिपोर्टर -क्या आने वाले टाइम में हम आपको किसी बायोपिक में देख सकते हैं?
कटरीना-  देखिए, मुझे तो किसी भी तरह का किरदार पसंद आएगा। मेरे साथ ऐसा कुछ नही है की मुझे स्पोर्ट्स फ़िल्म करनी है या एक्शन या ड्रामा या एडवेंचर करनी है। मैं कुछ भी करने तैयार हूँ बशर्ते वो नया और चैलैंजिंग हो। जैसे भारत एक रोमांटिक फैमिली ड्रामा फ़िल्म है मगर इसका कोई जॉनर है ही नहीं तो मुझे किस तरह की फ़िल्म है उससे फर्क नहीं पड़ता। उसकी कहानी अच्छी होनी चाहिए और मैं हर तरह की कहानी करने को तैयार हूँ। अभी कुछ चीज़े और बाते चल रहीं है लेकिन मैने कुछ साइन नहीं किया है, मेरे लिए ये महत्वपूर्ण है की कहानी मेरे लिए सही है और ये नही कि वो बस सुनने में अच्छी लगे।

रिपोर्टर -और आपका वेब-सीरीज़ पर क्या खयाल है? क्या हम आपको आगे किसी वेब मूवी या सीरीज़ में देखेंगे?
कटरीना-  देखिए मेरे लिए प्लेटफार्म है वो मायने नहीं रखता।आपने आज ऐमज़ॉन, नेटफ्लिक्स और बाकी प्लेटफॉर्म्स की पहुँच और ताक़त देखी है और मुझे लगता है कि ये एक बहुत बढिया है हमारी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए। ये और ज़्यादा और नया काम देता है हमारे अभिनेताओ से लेकर स्पॉट बॉयज को और ये हमें एक मंच देता है उन कहानियों को बताने का जो सिनेमाघरों में नही बताईं जाती हैं। तो मैं समझती हूँ कि ये एक एक्टर लिए बहुत एक्साइटिंग समय है।

रिपोर्टर -क्या आप खुद की कॉस्मेटिक ब्रांड स्टार्ट करने वाली हैं ?
कटरीना-  हाँ, मैं कुछ चीज़ों पर काम कर रहीं हूँ ब्यूटी इंडस्ट्री में और सब अच्छा हुआ तो अगले साल में आपको इसपर और जानकारी दे सकती हूँ।

 रिपोर्टर -आपने सलमान के साथ इतनी फिल्मे की हैं, तो आपको उनकी कौनसी बात है जो सबसे ज़्यादा पसंद है और जो आप खुद में देखना चाहेंगी ? 
कटरीना-  मुझे लगता है कि सलमान की सबसे अच्छी बात यही है कि वो फियरलेस हैं। उन्हें किसी बात का डर नहीं लगता और मुझे लगता है कि ये एक बात ऐसी है जो हम सभी को अपने अंदर लाने की कोशिश करनी चाहिए। वो कोई भी नेगेटिव बात को या कमेंट को या क्रिटिसिज्म को नही लेते है और मुझे लगता है कि ऐसा ही होना चाहिए। किसी ने कुछ बुरा लिखा तो हाइपर नहीं होना चाहिए। अच्छी चीज़ों और बुरी बातों को एक समान लेना चाहिए और सलमान ऐसे हीं हैं। उन्हें कोई बात हिला नही सकती।

रिपोर्टर  -सूर्यवंशी के बारे में आप क्या बता सकतीं हैं?
कटरीना- अभी ज़्यादा नहीं कह सकती हूँ मगर अक्षय के साथ सेट पर वापस होना बहुत मज़ेदार है और रोहित शेट्टी को अपने दर्शकों की टेस्ट का पता है और वो वही देने वाले हैं।

रिपोर्टर  -अभी आपका जन्मदिन भी आ रहा है, तो क्या प्लान्स है?
कटरीना – आपको पता है मैं जुलाई का महीना ही सबसे ज़्यादा पसंद करती हूँ। मैं कुछ अच्छा और मज़ेदार करने की सोच रही हूँ मगर अभी तो मेरी ज़िन्दगी की हर चीज़ भारत के आस पास ही जुड़ी है।

रिपोर्टर -तो ये आपका सबसे पसंदीदा महीना है तो क्या आप अपनी माताजी के एनजीओ के लिए भी कुछ करना चाहेंगी ?
कटरीना – मैं जब भी चाहूं वहां जा सकती हूँ, और मैं जाती हूँ। हम हमेशा और बड़ा बनाने की कोशिश करते रहते हैं। अभी भी हम फण्ड उगाह रहे हैं..स्कूल को बढ़ाने के लिए। अभी करीब 250 बच्चे हैं वो मदुरई में हैं।अब और आएंगे और ज़्यादा बच्चो को एक अच्छी ज़िन्दगी का मौका मिलेगा। जो दूसरा एनजीओ है एजुकेट गर्ल्स वो भी मेरे हिसाब से एक बहुत महत्वपूर्ण काम कर रहा है। ये लड़कियों को सिखा रहा है जिससे उन्हें आगे जाकर जो चाहे वो करने का मौका मिले। ये ऐसे लोगो के पास गावों में घर घर जाकर कहते हैं कि प्लीज अपनी बेटी को पढ़ाएं। ऐसे लोगों से मिलते हैं जिन्हें ये बात पता भी नही हैं और मेरे हिसाब से ये बहुत महत्वपूर्ण काम कर रहे हैं ।

 

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