FilmCity World
सिनेमा की सोच और उसका सच

iNTERVIEW SONAKSHI SINHA : मैं बॉलीवुड की पहली अभिनेत्री हूं जो इस विषय पर फिल्म कर रही है और मुझे गर्व है

0 839

रिपोर्टर- आपको ऐसे कॉमेडी किरदार पसंद है ? पहले भी आप काफी कॉमेडी रोल कर चुकीं हैं ?
सोनाक्षी- हाँ ! मुझे कॉमेडी रोल प्ले करना बहुत पसंद है क्योंकि ऐसे रोल बहुत चैलेंजिंग होते है । मुझे लगता है कि लोगों को हसांना सबसे मुश्किल काम है । असल में मैं बहुत लकी हूं कि मेरा सेंस ऑफ ह्यूमर और कॉमिक टाइमिंग अच्छी है ।

रिपोर्टर- आपने इस सब्जेक्ट पर बनी फिल्म कैसे चुनी ?
सोनाक्षी- मैंने भी पहले ये ही सोचा की मेरे पास ऐसी स्किप्ट लेकर क्यों आ रहे है क्योंकि मैंने अभी तक सिर्फ फैमिली फिल्म्स ही कि थी । पर जब मैंने फिल्म ‘खानदानी शफाखाना’ की स्किप्ट सुनी तो मुझे लगा कि इस सब्जेक्ट पर फिल्म करनी चाहिए । क्योंकि ये बहुत रिलेवेंट सब्जेक्ट है और इसे इतना खूबसूरती से लिखा है, जिसमें सही मात्रा में एंटरटेनमेंट, ह्यूमर और इन्फॉर्मेशन है । जो आपको सोचने पर मजबूर करेगी की अगर एक मर्द डॉक्टर गायनेकोलॉजिस्ट बनता है तो सोसाइटी को कोई फर्क नहीं पड़ता है पर अगर एक औरत का सेक्स क्लिनिक हो तो सबको प्रॉब्लम होती है यहां तक कि उसका अपना भाई उसे कहता है की लड़की होके ऐसे क्लिनिक जाएगी ! मतलब क्यों ? और इन सब्जेक्ट्स पर अब तक लड़को को लेकर ही फ़िल्में बनाई गई है जैसे विक्की डोनर या शुभ मंगल सावधान कभी किसी लड़की को लेकर कोई फिल्म नहीं बनाई गई है । मैं पहली अभिनेत्री हूँ जो इस सब्जेक्ट पर फ़िल्म कर रही है और मुझे इस बात पर गर्व है ।

रिपोर्टर- फ़िल्म को लेकर आपने क्या तैयारियां की ?
सोनाक्षी- असल में शिल्पी इतनी अमेजिंग डायरेक्टर है कि उनकी जितनी तारीफ की जाएं कम है । फिल्म में मैं एक मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव का किरदार निभा रही हूँ, जो अपनी दवाइयां हर क्लिनिक में ले जाती है जिसको लेकर शिल्पी ने मुझे कई वीडियो दिखाए कि मेडिकल प्रोडक्ट्स बेचने वाले कैसे बात करते है और कैसे अपनी दवाइयां बेचते है । और फिल्म में मेरा किरदार बेबी बहुत ही स्मार्ट है । बेबी अपनी दवाइयां बेचने के लिए तुरंत कहानियां बना लेती है । शिल्पी ने जिस सेंसिटिविटी के साथ फ़िल्म बनाई है और जिस ह्यूमर के साथ मुझे नहीं लगता की कोई पुरुष ये कर पाता । और मैं फिल्म के राइटर गौतम मेहरा की तारीफ करना चाहूंगी क्योंकि उनका विजन इतना क्लियर था कि उनको पता था कि करैक्टर कैसा होना चाहिए और कैसे बिहेव करना है । जिसकी वजह से मेरा काम बहुत आसान हो गया ।

रिपोर्टर- क्या आप किसी ऐसे व्यक्ति को जानती हैं जिन्हें ये इश्यूज फेस करने पड़े हो ?
सोनाक्षी- नहीं में नहीं जानती हूँ ऐसे किसी व्यक्ति को । वैसे भी लोग इन तरह की बातों को लेकर आगे नहीं आते है छुपाते है । मगर आपको सर्दी या ज़ुकाम हो तो आप टॉप डॉक्टर के पास जाओगे पर बिमारी तो बिमारी है । ऐसा क्या है जो इरेक्टाइल डिसफंक्शन को बुखार से अलग बनाता है? अगर आपको प्रॉब्लम है तो उसका इलाज करना ज़रूरी है । जिन लोगों को ये प्रॉब्लम्स है उन्हें ऐसा नहीं महसूस करना चाहिए की वो गलत है ।

रिपोर्टर- सोनाक्षी एक आर्टिकल ऐसा भी आया था जिसमे कहा था की सबसे ज़्यादा मेडिकल प्रोडक्ट्स जो बिकते है उनमे सेक्सुअल प्रोडक्ट्स सबसे ज़्यादा होते है और फिर भी हम ये बाते खुलकर नहीं करते । इसपर क्या कहना चाहोगे ?
सोनाक्षी- हाँ, देखिये यही सच है । ऐसा नहीं है की कोई इस तरह की प्रॉब्लम फेस नहीं करता । सब फेस कर रहे है मगर कोई बात ही नहीं करना चाहता इस बारे में और जैसे हम बड़े होते है हमे ये जरूरी बातें स्कूल में सिखाई जाती है मगर इसके बारे में कोई कुछ बोल ना ही नहीं चाहता । आज इतनी सारी चीज़े और माध्यम है जैसे इंटरनेट जिसकी वजह से बच्चों को कई जानकारियां गलत पता चल रही है । इसलिए इस पर खुलकर बात करना जरूरी है ।

रिपोर्टर- इंडिया में इतना प्रोग्रेस होने के बावजूद सेक्स एक टैबू है । तो आपको क्या लगता है ये कैसे बदले हम ?
सोनाक्षी- जी ऐसा तो है, मेरी फ़िल्म का एक डायलॉग भी है की “दुनिया में 17% आबादी वाले हम और बात तो ऐसे करते जैसे 130 करोड़ लोग प्रसाद वाले केले खाके प्रकट हो गए है ।” मुझे लगता है ये बदलाव तभी होगा जब आप सेक्स एजुकेशन स्कूलों में सिखाये । कुछ स्कूलों में है मगर सभी में होना चाहिए और ये गवर्नमेंट को जल्द से जल्द करना चाहिए क्योंकि जितना ज़्यादा आप किसी को रोकोगे उतना वो वही जाएगा तो इसीलिए पहले से ही बच्चो को इसके बारे में अवेयर रखना ज़रूरी है ।

रिपोर्टर- आप फैशन डिज़ाइनर है और बादशाह अपने फैशन के लिए जाने जाते है, तो क्या माहौल रहा सेट्स पर, क्या कम्पटीशन हुआ ?
सोनाक्षी- (हसंते हुए) ओ ऐसा कुछ नहीं हुआ । फिल्म में मेरे किरदार सिंपल कपड़े पहनता है और इट इस लवली, और बादशाह को ओवर द टॉप रहना होता था जैसे आप देखोगे…फ्लैश जैकेट वो भी ब्लिंग टाइप्स ….

रिपोर्टर- आप काफी सारे नए डायरेक्टर के साथ काम कर चुकी है, तो किसी नए डायरेक्टर को आपको अपने साथ काम करने के लिए, मनाने के लिए क्या करना होता है?
सोनाक्षी- मुझे लगता है की आप जैसे उनके साथ समय बिताते हो तो आपको समझ में आ जाता है । जैसे शिल्पी बहुत ही शांत और शाय है । और मुझे भी ओपन होने में कुछ समय लगाता है । लेकिन कुछ ही समय में हमारी बॉन्डिंग इतनी अच्छी हो गई थी कि मैंने शूटिंग के बीच में ही शिल्पी से पूछ लिया कि ‘अगली फ़िल्म हम कब साथ करेंगे’ । तो मुझे नहीं लगता ये मैटर करता है की किस डायरेक्टर के साथ पहली बार काम कर रहे है या दूसरी बार । और मैं भी कभी नई थी मतलब अगर सलमान के साथ मुझे दंबग में पहली बार मौका नहीं मिलता तो पता नहीं आज मै कहां होती ।

रिपोर्टर- सोनाक्षी हाल ही में सलमान ने कहा की ‘जब भी कोई दबंग फ़िल्म होगी तब सोनाक्षी उसमे हमेशा होगी’ । तो कैसा लगता है जब एक सुपरस्टार आपके लिए इतना कॉन्फिडेंस हो ?
सोनाक्षी- बहुत ग्रेट लगता है । मेरे लिए और भी स्पेशल है क्योंकि मुझे कभी अभिनेत्री बनना ही नहीं था । पर सलमान ने मुझे रास्ता दिखाया जैसे उन्होंने मुझे दबंग के लिए पूछा नहीं, कहा की तुम दबंग कर रही हो । मेरे लिए ये बहुत बड़ी बात है की उनके जैसा एक्टर मुझे एप्रिशिएट करें । में बहुत खुश हूँ उन्होंने ऐसा बोला क्योंकि कुछ भी हो जाए चाहे वो मुझे दीवार पर एक तस्वीर की तरह ही क्यों न तांग दे पर मुझे दंबग का हिस्सा बनना है ।

रिपोर्टर- सोनाक्षी जैसे आपने कहा की की इस फ़िल्म को फीमेल डायरेक्टर ने बनाया है तो क्या आपको लगता है की समय आ गया है जब हम और भी फीमेल डायरेक्टर को और भी फिल्में डायरेक्टर करते हुए देखेंगे ?
सोनाक्षी- हाँ, देखिये ना मैंने इतनी फिल्मे करने के बाद पहली बार एक फीमेल डायरेक्टर के साथ काम कर रही हूँ । इतना रिफ्रेशिंग और अच्छा लगा और में सच में चाहूंगी की और भी फीमेल… फिल्में डायरेक्ट करें और में उनके साथ काम करना पसंद करूँगी।

रिपोर्टर- कितना अलग होता है एक फीमेल डायरेक्टर के साथ और एक मेल डायरेक्टर के साथ काम करना ?
सोनाक्षी- मुझे लगता है की एक कम्फर्ट लेवल अलग होता है । शिल्पी के साथ लगता है की में अपनी बड़ी बहन के साथ काम कर रही थी । मैंने शायद अपनी ज़िन्दगी में अब कर का सबसे मुश्किल सीन इस फिल्म में किया है… जो ट्रेलर में भी है जिसमें मैं रिक्शा में बैठी हूँ और पीछे बोर्ड लगा है जिसपे ‘सेक्स’ लिखा है वो भी बड़े अक्षरों में । और मुझे शाफाखाने का प्रचार करना था मार्केट में जहां कोई एक्स्ट्रस नहीं थी सब रियल लोग थे । तो शिल्पी के साथ रहने से बहुत आसान और कम्फ़र्टेबल हो गया था ।

 

रिपोर्टर- आपने कहा की आपने वो सीन रियल क्राउड के सामने शूट किया तो क्राउड का रिएक्शन क्या था?
सोनाक्षी- वो बस चौक गए थे की… सोनाक्षी सिन्हा एक रिक्शा साईकिल में बैठ कर चिल्ला रही है “इरेक्टाइल डिसफंक्शन”…वो सोच रहे थे की क्या हो रहा है ये भाई ? सबसे हिलेरियस बात थी वो।

रिपोर्टर- और बॉक्स आफिस नंबर्स की बात करे तो?
सोनाक्षी-
देखिये में उसकी चिंता नहीं करती क्योंकि वो मेरे हाथ में नहीं है । मैं हर फ़िल्म में अपनी पूरी मेहनत करती हूँ जैसे वो मेरी पहली हो और सारा काम अच्छे से करती हूँ । बाकी बॉक्स ऑफिस कि ओर में ध्यान नही देती ।

रिपोर्टर- वेब सीरीज का क्या ख्याल है?
सोनाक्षी- हाँ, कुछ बहुत ही अच्छा कंटेंट आज हमे देखने मिल रहा है। मुझे कुछ ऑफर्स आये थे मगर ऐसा कुछ नहीं था जो मुझे बहुत पसंद आया हो…तो अभी कुछ नहीं है । लेकिन कुछ होता है तो मैं वेब सीरीज करना पसंद करूँगी। मैं खुद अभी इतना वेब कंटेंट देखती हूँ।

Leave A Reply

Your email address will not be published.