INTERVIEW KRITI SANON : ‘मैं गांव की लड़की का किरदार भी निभाना चाहती हूं’
Kriti Sanon की इस साल 4 फिल्में रिलीज़ हो रही हैं..लगातार उन्हे दर्शक पसंद कर रहे हैं..उनकी फिल्मों और जिंदगी पर खास बातचीत की हमारे संवाददाता शौनक जैन ने।
रिपोर्टर- कृति आपको पहले हमने लुक्का छुपी में देखा जहा आप इंटर्न थी और अब यहा सीधा आपको क्राइम रिपोर्टिंग में डाल दिया । कैसा लग रहा है आपको?
कृति- मुझे बहुत खुशी महसूस हो रही है और मुझे नहीं लगता इतनी जल्दी प्रमोशन और जॉब किसी को भी मिली होगी, इसलिए मैं बहुत खुश हूं और यह एक सीरियस जॉब है। फिल्म मैं में ऋतु रंधावा का किरदार निभा रही हूं । ऋतु अपने काम को लेकर बहुत पैशनेट है । ऋतु रंधावा फिरोजपुर की रिपोर्टर है । फिल्म और किरदार दोनों में पंजाबी फ्लेवर है और मुझे लगता है कि पंजाबी लड़कियां बहुत बिंदास होती हैं तो ऋतु भी एक ऐसी लड़की है अगर कोई उसको छेड़े तो वो उसको रापड मार देगी लेकिन साथ ही वह अपने काम को लेकर बहुत सीरियस । मैंने खुद एक अभिनेत्री होने के नाते रिपोर्टर के दोनों भाग जो कैमरे के सामने होते हैं और कैमरे के पीछे दोनों को निभाने की कोशिश की है।
रिपोर्टर- एक फूल टाइम जर्नलिस्ट रहना कैसा लगा?
कृति– बहुत ग्रेट लगा। जैसे देखिये ये एक कॉमेडी फ़िल्म है तो बहुत सीरियस जर्नलिज्म नहीं था मगर जो किरदार है वो आपने काम को लेकर बहुत सीरियस है और वो अहिंसा में विश्वास रखती है और एक उसूलों वाली जर्नलिस्ट है जिसके लिए सही सही है और गलत गलत है । तो बहुत मजा आया माइक पकड़ने में और कैमरा फेस करने में ।
रिपोर्टर- ये फ़िल्म लुक्का छुपी के पहले शूट हुई मगर रिलीज अब हो रही है । ऐसा क्यों?
कृति– इसका जवाब तो फिल्म के प्रोड्यूसर ही दे सकते है । हां मगर कई बार कई कठिनाइयां आ जाती है जैसे डेट्स नहीं मिलना या कभी कुछ काम बाकी रह जाता है । जिस वजह से कई बार रिलीज डेट आगे करनी पड़ती है ।
रिपोर्टर- आपकी पिछली फिल्मों ने अच्छा कारोबार किया है तो आपको इस फिल्म के बारे में क्या लगता है ?
कृति– जी, मैं ये नहीं मानती पिछली फ़िल्मों ने अच्छा कारोबार किया हो तो आने वाली फिल्में भी अच्छा कारोबार करें । लेकिन हां ‘अर्जुन पटियाला’ एक हल्की फुल्की कॉमेडी फिल्म है । उम्मीद है कि लोगों को पसंद आएंगी ।
रिपोर्टर- आप ऐसा किरदार तीसरी बार निभा रही है । तो क्या आपको ऐसे किरदार निभाना ज्यादा पसंद है ?
कृति– मुझे लगता है की मुझे वो कहानियां पसंद है जो कनेक्ट करती है और थोड़ी डिफरेंट हो । और हां, स्मॉल टाउन किरदारो में एक विश्वसनीयता होती है जो दर्शकों को कनेक्ट करती है ।
रिपोर्टर- फिल्म के किरदार में और आपमें कितनी समानता है?
कृति– ऋतु रंधावा और कृति में ज्यादा समानताएं तो नहीं है लेकिन दोनों ही अपनी बात बोलना जानती हैं, लेकिन हां ऋतु बोलने के साथ रापड भी मारती है लेकिन मैं सिर्फ बोल दूंगी मारूंगी नहीं । और वो एक जर्नलिस्ट है तो उसकी सोच और उसूल अलग है, उसकी परवरिश भी अलग है तो हम काफी अलग है । हां एक बात कॉमन है कि हम दोनों नॉर्थ इंडियन है । और हां मुझे ऋतु का पंजाबी फ्लेवर अच्छा लगता है जिसमें वो बात करती है ।
रिपोर्टर- आप कॉमेडी एंटरटेन तो बहुत करती है मगर उसे शूट करना मुश्किल होता है । तो आपके लिए ये कितना चैलेंजिंग होता है?
कृति– हाँ, मुझे लगता है की लोगों को हंसाना मुश्किल होता है और कुछ के पास वो नैचुरली आता है जैसे दिलजीत । वो नैचुरली इतने फनी है मुझे नहीं लगता उन्हें रियलाइज भी होता है जब वो फनी होते है । कॉमेडी टफ तो है । आपकी टाइमिंग सही होनी चाहिए, रिएक्शन सही होने चाहिए ।
रिपोर्टर- दिलजीत और वरुण दोनों ही बहुत फनी है । क्या उनके साथ स्क्रीन पर काम करना मुश्किल था ?
कृति– नहीं ऐसा कुछ नहीं था । मुझे कॉमेडी पसंद है और ऐसे लोग भी जिनका सेंस ऑफ ह्यूमर अच्छा हो और में उनसे सीखती हूँ । और मुझे कॉमिक तरीके में सोचना पसंद है कभी कभी । कुछ बार तो ऐसा लगता है की कोई सीन कॉमेडी नहीं भी होगा तो में उसमे कॉमेडी डाल दूं । तो मुझमें वो कॉमेडी के लिए प्यार है । और जब आपके पास ऐसे अभिनेता होते है जो नैचुरली कॉमेडी करते है आपका काम आसान हो जाता है रिएक्शन और टाइमिंग्स को लेकर ।
रिपोर्टर- दिलजीत मीडिया से बात करते समय बहुत शाय होते है । तो क्या सेट पर भी वो ऐसे ही होते है?
कृति– वो रियल में शाय ही है और बातें भी कम करते है । वो उनकी पर्सनालिटी है । लेकिन कैमरे के सामने आते ही वो एकदम अलग हो जाते है । आपको लगेगा क्या ये वहीं व्यक्ति है और इन्हें क्या हो गया । मुझे लगता है वो वैसे इंट्रोवर्ट है जो आपने खास और करीबी दोस्तों के साथ और ज़्यादा खुल कर रहते होंगे । सबके साथ नहीं ।
रिपोर्टर- कृति आपको क्या लागत है की पर्सनल सेंस ऑफ ह्यूमर कॉमेडी करते वक़्त कितना मदद करता है ? जैसे हमने बहुत से एक्टर्स को देखा है खासकर अक्षय कुमार जो सीन को इतना नैचुरल करते हैं। आपका क्या ख्याल है ?
कृति– बहुत बहुत मदद करता है । मुझे लगता है कि कोई ऐसा व्यक्ति जो नैचुरली फनी नहीं हो उसके लिए ह्यूमर समझना और उसे दिखाना बहुत मुश्किल होगा । अक्षय सर नैचुरली फनी है और उनकी टाइमिंग बहुत बढ़िया है । सिर्फ अक्षय सर ही नहीं बल्कि रितेश भी । मुझे याद है अक्षय सर ने मुझे एक बार बोला था पंजाबी जो होते है ना उनकी कॉमेडी ज़्यादातर अच्छी होती है और उनके जोक्स ज्यादा फनी लगते है और उसी को आप हिंदी में बोलोगे तो उतना फनी नहीं लगेगा । मुझे लगता है की कोई भी जो डांस में अच्छा हो कॉमेडी में भी अच्छा होगा ही क्योंकि दोनो में एक रीथम है । तो मुझे लगता है की ये एक बहुत इंटरेस्टिंग तरीका है सोचने का और मैं शुक्रगुज़ार हूँ की मेरे आस पास इतने अच्छी कॉमिक टाइमिंग वाले लोग होते है । मैं भी कभी कभी कुछ सीख लेती हूँ ।
रिपोर्टर- ये आपकी दिनेश के साथ तीसरी फ़िल्म है तो क्या आपको लगता है की एक प्रोड्यूसर होने के नाते वो आपके टैलेंट को अच्छे से टेप करते है?
कृति– हाँ मतलब वो एक ऐसे व्यक्ति है जो मेरे ज़ोन को सही से पहचानते है । और उन्होंने मुझे डायरेक्ट भी किया है तो उन्हें मेरी ताक़त और कमज़ोरियां दोनों पता है । उनके साथ काम करने में मैं बहुत कम्फर्टेबले भी हूँ । वो मेरे बड़े भाई जैसे है, फैमिली जैसे है । उनकी हर फ़िल्म जो वो प्रोड्यूस करते है उसमें कुछ अलग होता है जो इस फिल्म में भी है । मुझे लगता है की ग्रेट है।
रिपोर्टर- कृति इस साल आपकी 4 फिल्में हैं बड़े परदे को रोशनी देती नजर आईं ..बढ़िया वक्त मानती हैं इसे ?
कृति– एक अभी रिलीज हो रही है । बहुत अच्छा नंबर है फिल्मों का अगले साल बेहतर करने के लिए..लेकिन मेरा ऐसा भी साल रहा है जहां एक भी रिलीज़ नसीब नहीं हुई तो मेरे ख्याल से इस साल ने सबकी भरपाई कर दी। सबसे अच्छी बात ये है कि सारे किरदार एक-दूसरे से बहुत अलग हैं तो मैं दर्शकों का रिएक्शन भी देखना चाहूंगी ।
रिपोर्टर- क्या आपको लगता है लुक्का छुपी के बाद दर्शकों का लिव इन रिलेशनशिप के प्रति नज़रिया बदल गया है ?
कृति– मुझे नहीं पता । हमारी ऐसी कोई कोशिश नहीं थी। हमारा फंडा था की लिव एंड लेट लिव का और जब दो लोगों को साथ रहना है तब सिर्फ उन्हें सोचना चाहिए और लोगों को नहीं । और चीज़ों को इतना कठिन नहीं बनाना चाहिए।
रिपोर्टर- आपके बचपन में सबसे पसंदीदा कॉमेडी मूवी और शोज़ कौन से रहे है ? और आपके फेवरेट कॉमेडी एक्टर ?
कृति– इतने सारे थे यार तभी । हम पांच थे, सराभाई vs साराभाई, शरारत । इतने सारे थे । और अभीनेता भी जैसे गोविंदा सर, जोनी लीवर सर, अक्षय सर सब अमेजिंग है । मतलब इतने सारे है । पंकज त्रिपाठी, संजय मिश्रा बहुत है।
रिपोर्टर- अक्षय सर के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा
कृति– ग्रेट यार, अक्षय सर में इतनी एनर्जी है और मुझे ये बात बहुत पसंद है । इतने सालों में उन्होंने इतनी सारी फिल्में कि है लेकिन फिर भी वो पैशन और एनर्जी की….कुछ और अच्छा करें और क्या बेहतर कर सकते है हम… वो शॉट्स के बीच में बैठे नहीं रह सकते वो कुछ ना कुछ करते रहते है जैसे कभी बॉल उठा के कैच कैच खेलने लग गए या शर्त लगा रहे है किसी बात पर। लेकिन सबसे बेस्ट बात ये है की जिस तरह से वो अपनी ज़िन्दगी जीते है । मुझे नहीं लगता की कोई अपनी ज़िन्दगी इतनी पूरी तरीके से जीता है जैसे वो जीते है । एक समय पर उठना और अपनी हेल्थ और डाइट को संभालना । और जितनी फ़िल्म वो करते है और जितने हॉलीडेज लेते है। मुझे नहीं लगता कोई मैच कर सकता है ।
रिपोर्टर- पानीपत में जैसा रोल आप कर रही है, बहुत मुश्किल रहा होगा आपके लिए वो सीन्स करना, वैसे डांस करना और उस तरह के कॉस्ट्यूम्स पहनना, तो क्या हम कह सकते है ये आपके कैरियर के सबसे मुश्किल फिल्मों में से एक होगी?
कृति– जी हां मुझे लगता है सबसे मुश्किल फिल्मों में से एक हो सकती है । मैंने वैसे ज़्यादा एक्शन नहीं किया है मगर एक सीन है जहा में साड़ी पहनकर तलवारबाजी कर रही हूं, जिसमें मुझे बहुत मजा आया था । लेकिन हाँ, जिस तरह की दुनिया में आपको वो फ़िल्म डालती है जिस में आप कभी गए नहीं होंगे, एक महाराष्ट्रीयन जो किसी और समय की है उसका किरदार निभाना ज़रूर एक चैलेंज था ।
रिपोर्टर- क्या आप बाजीराव मस्तानी में प्रियंका के निभाएं काशीबाई के किरदार से प्रभावित थी ?
कृति- मुझे ऐसा लगता है कि मैं उस जगह हूं जहां मुझे ऐसी कोशिश भी नहीं करनी चाहिए कि मैं उनके जैसी दिखने की कोशिश कर रही हूँ। मैने बाजीराव मस्तानी देखी है मगर मेैं उस नज़रिए से नही देख रही थी। मुझे पार्वती को अपना किरदार बनाना है और बस आशु सर से बाते करके समझी कि वो इस किरदार से क्या चाह रहे हैं.
रिपोर्टर-आप जब इंडस्ट्री में आईं तो आपको सबसे Best और Worst एडवाइस क्या मिली?
कृति– मुझे लगता है कि मुझे सिर्फ एक ही एडवाइस मिली है कि खुद को कभी मत खोना। डोंट लूस योरसेल्फ। आपने आपको ज़मीन पर रखिये और अपने आस पास ऐसे लोगों को रखो जो इंडस्ट्री से नहीं हो और खुलकर सच बातें आपको बोलें। क्योंकि वो बहुत महत्वपूर्ण है।
रिपोर्टर -जब लोग आपकी तुलना आलिया भट्ट से करते हैं और कहते हैं कि उनके बाद आप अगली बड़ी स्टार हैं तो कैसा लगता है?
कृति– बहुत खुशी होती है। फ्लैटरिंग लगता है बहुत लेकिन मैं इसका भी खयाल रखती हूँ की मैं अपने काम सही से करूं और अपने आपको न खो दूं और खुद के दिल की सुनुं। ऐसा नहीं कुछ करूं कि किसी पोजीशन के पीछे भागने लगूं। बस अपना काम करूं क्योंकि सबका अपना सफर होता है और मैं आशा करती हूँ कि मैं हर फ़िल्म के साथ आगे बढ़ूं।
रिपोर्टर -आप इतने स्माल टाउन गर्ल के रोल्स कर चुकी हैं तो क्या आपको लगता है कि जो डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स है वो छोटे शहर की लड़की आप में देख रहे हैं?
कृति– मैं ऐसा सोचती हूं कि वो देखते होंगे और मैं खुश हूँ।मैं तो पूरी गांव की लड़की का भी किरदार निभाने को तैयार हूँ क्योंकि मुझे लगता है कि एक अभिनेत्री होने के नाते आप कोई भी रोल कर सकते हों ऐसी क्षमता विकसित करनी चाहिए। लुक वाइस.. मेकअप और बालोे को बदलने और कॉस्ट्यूम से आप किसी भी किरदार जैसे दिख सकते हो लेकिन एक्टिंग नहीं इसलिए मुंझे लगता नहीं की कोई बाउंडरी या बैरियर है और एक समय था कि मुंझे ऐसे नही देखा गया था लेकिन आज देखा जा रहा है तो खुश हूँ में।